प्रेगनेंसी में घबराहट: कारण, लक्षण और इससे निपटने के उपाय
प्रेगनेंसी के समय हमारे शरीर में कई बदलाव होते हैं, ये बदलाव कई बार मानसिक और शारीरिक तनाव पैदा करते हैं जिससे प्रेगनेंसी में घबराहट होती है । प्रेगनेंसी के समय ज़रूरी है की आप अपना ध्यान रखें। आइए जानते हैं कि प्रेगनेंसी में बेचैनी क्यों होती है और आप इसका इलाज कैसे कर सकते हैं।
प्रेगनेंसी में घबराहट क्यों होती है?
प्रेगनेंसी के दौरान एक महिला के मन और शरीर में कई बदलाव आते हैं, जिनमें से एक है डरना। डर के कारण शारीरिक, मानसिक और हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं। प्रेगनेंसी में हार्मोन में बदलाव होते हैं, जिससे मूड स्विंग्स, चिंता और तनाव की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अलावा, घबराहट गर्भवती महिला के शरीर में हो रहे शारीरिक बदलावों, जैसे वजन का बढ़ना, पेट का बड़ा होना और रक्तचाप में बदलाव के कारण भी हो सकती है। ये कुछ प्रमुख कारण हैं जिनकी वजह से प्रेगनेंसी में घबराहट होती है।
प्रेगनेंसी में घबराहट के सामान्य लक्षण
चूंकि अब आप जानते हैं के प्रेगनेंसी में घबराहट होती है, तो यह भी जानना ज़रूरी है कि आप इसके लक्षण पर ध्यान दें, सही समय से लक्षण पहचानने पर आप अपनी बेचैनी को कंट्रोल कर पाएंगे।
- अनिद्रा : प्रेगनेंसी में नींद क्यों नहीं आती – इसका प्रमुख कारण है आपके शरीर में होने वाले बदलाव। आपके शरीर के भीतर बदलते हार्मोन्स और आपका बढ़ता पेट आपके नींद में परेशानी पैदा कर सकती हैं। इससे कई बार अनिद्रा की समस्या भी उत्पन्न होती है।
- सांस लेने में परेशानी : प्रेगनेंसी में आपको कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं उनमें से एक है प्रेगनेंसी में सांस लेने में दिक्कत। इस दिक्कत का मूल कारण है आपका बढ़ता हुआ गर्भाशय जिससे आपकी श्वास नली पर दबाव पड़ता है और आपको सांस लेने में दिक्कत होती है।
- दिल की धड़कन का तेज होना : इसका प्रमुख कारण हृदय गति में बदलाव है। जब आप प्रेगनेंट होती हैं, तो आपके दिल की धड़कन अक्सर तेज़ हो जाती है, जिससे आपको घबराहट और बेचैनी का अनुभव हो सकता है। यह शारीरिक बदलाव प्रेगनेंसी के सामान्य लक्षणों में से एक है।
- मसल्स में खिंचाव और दर्द : बढ़ते वजन और शरीर में बदलाव के कारण मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द होता है, जिससे आपको घबराहट होती है।
प्रेगनेंसी में बेचैनी क्यों होती है?
प्रेगनेंसी में बेचैनी होना एक आम बात है। यह शरीर में होने वाले बदलावों और हार्मोन के कारण हो सकती है। जैसे-जैसे पेट बड़ा होता है, दूसरे अंगों पर दबाव पड़ता है, जिससे पीठ दर्द, सांस लेने में दिक्कत या थकान हो सकती है। नींद की कमी और भविष्य की चिंता भी बेचैनी बढ़ा सकती है। आराम करने, हल्की एक्सरसाइज करने और डॉक्टर से सलाह लेने से यह परेशानी कम हो सकती है।
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प्रेगनेंसी में घबराहट से निपटने के लिए मानसिक और शारीरिक उपाय
अगर आपको प्रेगनेंसी में घबराहट होती है, तो आप इससे निपटने के लिए निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
- योगासन और ध्यान: मानसिक शांति पाने में योग और ध्यान प्रभावी हो सकते हैं। यह आपको संतुलन और मानसिक शांति बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
- गहरी सांस: भयभीत होने पर गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ दें। इससे आपको शारीरिक और मानसिक रूप से आराम मिलता है।
- हल्का अभ्यास : टहलना या हल्का व्यायाम आपको शारीरिक और मानसिक रूप से आराम दे सकता है और प्रेगनेंसी में सांस लेने में दिक्कत को भी हल कर सकता है।
- समय पर विश्राम: पर्याप्त आराम और पर्याप्त नींद से शरीर को राहत मिलती है, जिससे भय कम हो सकता है। यह आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी अच्छा बनाता है।
प्रेगनेंसी में खानपान और लाइफस्टाइल का घबराहट पर असर
प्रेगनेंसी में घबराहट होती है, लेकिन अगर आप सही खानपान और लाइफस्टाइल फॉलो करें, तो यह समस्या काफी हद तक कम हो सकती है।
- आपका आहार संतुलित होना चाहिए: इसमें प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और फाइबर की सही मात्रा होनी चाहिए।
- अधिक मात्रा में कैफीन और चीनी का सेवन न करें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं: इससे घबराहट कम हो सकती है।
- हल्का व्यायाम, वॉकिंग या प्रेगनेंसी के अनुसार जिम और एक्सरसाइज करें: इससे आपको आराम मिलेगा।
- अगर आप सोच रही हैं कि प्रेगनेंसी में नींद क्यों नहीं आती, तो इसका कारण घबराहट हो सकता है। इसीलिए पूरी नींद लें।
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कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए?
डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है अगर प्रेगनेंसी में घबराहट होती है, और यह आपके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालने लगे। साथ ही, निम्नलिखित लक्षणों का प्रदर्शन होने पर चिकित्सक से संपर्क करें:
- अत्यधिक चिंता या तनाव जो दैनिक जीवन पर प्रभाव डालता है ।
- सांस लेने या छाती में दर्द होना।
- दिल की धड़कनों में असामान्य परिवर्तन।
- आराम करने से शारीरिक और मानसिक थकान महसूस होना।
निष्कर्ष
प्रेगनेंसी में घबराहट सामान्य है और इसे योग, ध्यान, संतुलित आहार, और पर्याप्त आराम से कम किया जा सकता है। यदि यह आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करे, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। आपकी और आपके बच्चे की भलाई सबसे महत्वपूर्ण है।
साथ ही, अपने बच्चे की देखभाल के लिए टेडी प्रीमियम डायपर पैन्ट्स चुनें। ये आपके बच्चे को दिनभर आराम और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
अगर आपको घबराहट हो तो आपको लंबी-लंबी सांस लेनी चाहिए और आराम करना चाहिए। अधिक परेशानी होने पर आप डॉक्टर से मिलें।
इसका कारण आपके शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव और बढ़ते गर्भाशय के कारण श्वास नली पर बढ़ता हुआ दबाव हो सकता है।
गर्भवस्था में रक्त संचार और हार्मोनल बदलाव के कारण दिल की धड़कन में तेज़ी आ सकती है, जिससे घबराहट महसूस हो सकती है।
अगर प्रेगनेंसी में घबराहट और बेचैनी लगातार बढ़ जाए, सांस लेने में परेशानी हो, या दिल की धड़कन असामान्य रूप से तेज़ हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।