प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज कब होता है ?(pregnancy me white discharge kab hota hai)
क्या प्रेगनेंसी के दौरान आपका शरीर कई तरह के बदलावों से गुजर रहा है? तो आपको यह जानना बहुत जरूरी है की प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी बदलाव का होना अच्छा या बुरा नहीं होता, बल्कि वह सामान्य होता है। ये बदलाव आपको प्रेगनेंसी के लिए तैयार करने के लिए होते है। और इन सारे बदलावों में से वजाइनल या डिस्चार्ज होना एक ऐसा बदलाव है जो हमेशा प्रेग्नेंट महिलाओं को चिंतित करता है।
अब आप सोच रहे होंगे, प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज क्यों होता है? प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज कब होता है? (pregnancy me white discharge kab hota hai?) और हम प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज को कैसे रोके? क्या इसके बारे में सोचकर मुझे पैनिक (चिंतित) होना चाहिए?
प्रेगनेंसी के लगभग तुरंत बाद, आपकी वजाइना की दीवारें मोटी होनी शुरू हो जाती हैं, जिससे वाइट डिस्चार्ज हो सकता है जो आपकी पूरी प्रेगनेंसी के दौरान जारी रह सकता है। ज्यादातर मामलों में आपको घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, जब तक आपको इसके बारे में कोई अजीब बात दिखाई न दे।
हालाँकि यह सब आपको अस्वस्थ करने लगे, तो हम प्रेगनेंसी की सेकंड ट्राइमिस्टर में (तीन से छह महीने के दौरान) होने वाले वाइट डिस्चार्ज पर गहराई से विचार करेंगे। नार्मल वजाइनल डिस्चार्ज सामान्य रूप में क्या है और क्या नहीं है, इसके बारेमें हम इस आर्टिकल (लेख) में विस्तार से बात करेंगे।
वजाइनल डिस्चार्ज/वाइट डिस्चार्ज क्या है?
वजाइनल डिस्चार्ज या वाइट डिस्चार्ज एक द्रव पदार्थ है जो आपकी वजाइना से निकलता है। यह आमतौर पर रंगहीन या वाइट (सफेद) होता है, जो पतला या गाढ़ा और स्टिकी या स्लिपरी इस प्रकार अलग-अलग स्थिरता का होता है। इसे अपने महिला अंगों के लिए अपने शरीर की सेल्फ क्लीनिंग मेकेनिज़्म (स्व-सफाई तंत्र) के रूप में सोचें।
वजाइनल डिस्चार्ज अधिकतर निम्नलिखित का मिश्रण होता हैं:
- फ्लुईड (द्रव): यह वजाइनाको नमीयुक्त रखता है और जलन से बचाता है।
- सेल्स: ये वजाइनाकी परत से आते हैं जो स्वाभाविक रूप से निकल जाते हैं और पुनः स्थापित हो जाते हैं।
- गुड बॅक्टेरिया: ये बैक्टीरिया खराब बैक्टीरिया को नियंत्रण में रखते हैं और इस प्रकार इन्फेक्शन (संक्रमण) को रोकते हैं।
वजाइना से होने वाला ये डिस्चार्ज आपको कब दिखाई दे इसका कोई निश्चित समय नहीं है। जब भी सफाई की आवश्यकता होती है, तब ये होता रहता है। ये एक ऑनगोइंग प्रोसेस है।
क्या प्रेगनेंसी के पहले महीने में वाइट डिस्चार्ज होता है?
प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में वाइट डिस्चार्ज होना बिल्कुल सामान्य है। दरअसल, आप प्रेगनेंसी के पहले तीन महीनों में डिस्चार्ज की मात्रा में वृद्धि देखेंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपके शरीर में एक बच्चा विकसित हो रहा है और इस दौरान आपका शरीर आपकी वजाइना को साफ़-सुथरा रखता है। कई बार यह डिस्चार्ज हार्मोंस में बदलाव की वजह से भी हो सकता है । यह प्रेगनेंसी में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के उच्च स्तर के कारण होता है।
और जिन लोगों के मन में सवाल है कि ‘क्या प्रेगनेंसी के दौरान होने वाला वाइट डिस्चार्ज सामान्य है?’, तो इसका जवाब यह है की प्रेगनेंसी के दौरान होने वाला वाइट डिस्चार्ज बिल्कुल सही डिस्चार्ज है और यह बहुत ही सामान्य बात है। हाँ, पर यदि यह डिस्चार्ज सफेद और रंगहीन के अलावा कुछ और है, तो आपको तुरंत ही आपको अपने डॉक्टर से खुल कर इसके बारे में बात करनी चाहिए।
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क्या वाइट डिस्चार्ज प्रेगनेंसी के लक्षण है?
प्रेगनेंसी के दौरान आप कई बदलावों का अनुभव करती हैं।यदि आपको सभी लक्षणों पर नज़र रखना मुश्किल हो रहा है, तो आप प्रेगनेंसी के पहले महीने के दौरान सामान्य लक्षणों की हमारी सूची से कुछ मदद पा सकती हैं।
प्रेगनेंसी ट्राइमेस्टर में वाइट डिस्चार्ज कब होता है (pregnancy me white discharge kab hota hai)
प्रेगनेंसी के विभिन्न ट्राइमेस्टर (तिमाहियों) के दौरान आप अलग-अलग वजाइनल डिस्चार्ज का अनुभव कर सकती हैं।
प्रेगनेंसी के पहले ट्राइमेस्टर (तिमाही) में होनेवाला वाइट डिस्चार्ज
प्रेगनेंसी के पहले ट्राइमेस्टर (पहली तिमाही) में, वाइट डिस्चार्ज आमतौर पर बहुत कम होता है। आपको डिस्चार्ज में ब्लड के छोटे स्पॉट्स (रक्त के हल्के धब्बे) दिखाई दे सकते हैं। यह तब होता है जब बच्चा यूटेरस (गर्भाशय) के द्वार में दाखिल हो जाता है।
प्रेगनेंसी के दूसरे ट्राइमेस्टर (दूसरी तिमाही) में होने वाला वाइट डिस्चार्ज
दूसरे ट्राइमेस्टर में, वाइट वजाइनल डिस्चार्ज आमतौर पर ध्यान देने योग्य होता है। आपकी वजाइना को इन्फेक्शन (संक्रमण) से मुक्त रखने के लिए आपका शरीर अतिरिक्त मेहनत करता है।इससे वाइट डिस्चार्ज होता है।
प्रेगनेंसी के तीसरे ट्राइमेस्टर (तीसरी तिमाही) में होनेवाला वाइट डिस्चार्ज
तीसरे ट्राइमेस्टर में वाइट डिस्चार्ज की मात्रा सबसे ज्यादा होती है। जैसे-जैसे डिलीवरी की तारीख नजदीक आती है, यह डिस्चार्ज काफी बढ़ जाता है।कुछ महिलाओं के लिए तो ये इतना ज्यादा होता है कि उन्हें लगातार पैंटी लाइनर पहनना पड़ता है।
प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज क्यों होता है?
ये हैं वो कारण जिनकी वजह से प्रेगनेंसी के शुरुआती दौर में वाइट डिस्चार्ज होता है।
- थिकंड वॉल्स (वजाइना के आजुबाजु का स्तर मोटा होना)
जैसे ही आप प्रेग्नेंट हो जाती है आपके शरीर के हार्मोन्स कुछ गड़बड़ करना शुरू करते हैं। इसमें वजाइना के आजुबाजु के स्तर का मोटा होना शामिल है। इससे वाइट ,मिल्की (दूधिया) डिस्चार्ज हो सकता है।
- बेबी की प्रोटेक्शन (बेबी की सुरक्षा)
प्रेग्नेंट होते ही आपका शरीर सुरक्षित अवस्था में आ जाता है। इस सुरक्षा का एक हिस्सा डिस्चार्ज में वृद्धि करना भी है, जो अनावश्यक चीज़ों को बेबी के पास आने से रोकता है।
- सेक्शुअल अरोसल (लैंगिक उत्तेजना)
जब आप उत्तेजित होते हैं तो आपको ज़्यादा डिस्चार्ज महसूस हो सकता है। यह एक लुब्रिकेंट की तरह काम करता है ताकि लैंगिक क्रिया आसानी से हो सकें। इससे त्वचा में जलन या घर्षण की संभावना कम हो जाती है।
- सर्व्हायकल चेंजेस (गर्भाशय संबंधित परिवर्तन)
प्रेगनेंसी के दौरान आपकी गर्भाशय ग्रीवा नरम हो जाती है और ज्यादा डिस्चार्ज उत्पन्न करती है। यह बैक्टीरिया को बाहर निकालने और आपके रिप्रोडक्टिव सिस्टम (प्रजनन तंत्र) को स्वस्थ रखने के लिए है।
प्रेगनेंसी के दौरान कितना वाइट डिस्चार्ज होना सामान्य है?
प्रेगनेंसी के दौरान दूसरे ट्राइमिस्टर (दूसरी तिमाही) में वाइट डिस्चार्ज में वृद्धि देखना आम बात है, लेकिन ‘कितना सामान्य है?’ इसका कोई एक जवाब नहीं है क्योंकि हर महिला और हर महिला की प्रेगनेंसी थोड़ी अलग होती है! आपको सामान्य से ज़्यादा डिस्चार्ज दिखाई देगा। यह थोड़ा गाढ़ा और क्रीमी भी हो सकता है। जैसे-जैसे आपकी डिलीवरी डेट नज़दीक आती जाएगी, इसकी मात्रा और भी बढ़ जाएगी। तो फिर
प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज को कैसे रोक?
प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज को आप पूरी तरह से रोक तो नहीं सकते पर उसकी नमी और गीलेपन से छुटकारा पाने के लिए आप अपने अंडरवियर में पैड या पैंटी लाइनर पहन सकते हैें। समय-समय पर डिस्चार्ज को पोंछने के लिए आप टेडी वेट वाइप्स जैसे गीले वाइप्स का भी उपयोग कर सकते हैं।
प्रेगनेंसी में मुझे किस प्रकार के डिस्चार्ज के लिए सहायता लेनी चाहिए?
जबकि प्रेगनेंसी के दौरान तीसरे ट्राइमेस्टर में वाइट डिस्चार्ज का बढ़ना पूरी तरह से सामान्य है, लेकिन निश्चित रूप से कुछ रेड फ्लैग्स (कुछ खतरे के संकेत) भी हैं जिन पर ध्यान देना चाहिए।
- कलर (रंग) में बदलाव
हेल्दी प्रग्नेंसी डिस्चार्ज आमतौर पर पूरा वाइट या थोड़ा ऑफ वाइट कलर का होता है।यदि आपका डिस्चार्ज यलो (पीला), ग्रीन (हरा) या ग्रे (भूरा) कलर का हो जाता है, तो जाँच का समय आ गया है। ये बदलाव किसी इंफेक्शन (संक्रमण) का संकेत दे सकते हैं।
- तेज़ दुर्गंध
हल्की गंध आना सामान्य है, लेकिन तीव्र, अप्रिय या अजीब गंध का मतलब बैक्टीरियल वेजिनोसिस जैसा इन्फेक्शन (संक्रमण) हो सकता है।इसका तुरंत इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाना चाहिए।
- इचिंग और बर्निंग (खुजली और जलन)
डिस्चार्ज के साथ या पेशाब के बाद इचिंग और बर्निंग (खुजली और जलन) होना सामान्य नहीं है। यह यीस्ट इन्फेक्शन (संक्रमण) का संकेत हो सकता है और प्रेगनेंसी के दौरान इस पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
- डिस्चार्ज में ब्लड आना
प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी समय स्पॉटिंग या ब्लीडिंग चिंता का विषय हो सकती है।अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर (स्वास्थ्य सेवा प्रदाता) से तुरंत संपर्क करें क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान यह सचमुच एक गंभीर बात है।
निष्कर्ष:
तो, यह हो गया, होने वाली माँ! प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में वाइट डिस्चार्ज होना हमेशा से उतना ही सामान्य होता है जितना आधी रात को अचार खाने की इच्छा होना।लेकिन हमेशा किसी भी तरह के बदलाव पर नज़र रखना अच्छा रहता है, जैसे कि अजीब सी गंध, अजीब सा रंग, या वहाँ खुजली और जलन।
अगर आपको लगता है कि कुछ ठीक नहीं है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करने में संकोच न करें। आगे बढ़ें और “बेबी बंप” की खुशी का आनंद लें!
हाँ, प्रेगनेंसी के पहले महीने में वाइट डिस्चार्ज होना सामान्य है। इसे ल्यूकोरिया कहा जाता है, जो हल्का सफेद या पारदर्शी तरल होता है। यह शरीर में हार्मोनल बदलाव और प्रजनन अंगों की साफ-सफाई बनाए रखने के कारण होता है। यह डिस्चार्ज आमतौर पर बिना गंध का होता है और किसी परेशानी का संकेत नहीं देता। लेकिन अगर इसमें बदबू, जलन या खुजली हो, तो डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है, क्योंकि यह संक्रमण का संकेत हो सकता है। नियमित स्वच्छता का ध्यान रखें और किसी भी असामान्य लक्षण पर विशेषज्ञ से संपर्क करें।
प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज आमतौर पर शुरुआत से ही हो सकता है और गर्भावस्था के पूरे दौरान बना रह सकता है। इसे ल्यूकोरिया कहा जाता है, जो हल्का सफेद या पारदर्शी होता है और बिना गंध का होता है। यह हार्मोनल बदलाव और प्रजनन अंगों की सुरक्षा के कारण होता है। प्रेगनेंसी के पहले तिमाही में यह डिस्चार्ज बढ़ सकता है और डिलीवरी के करीब आने पर भी इसकी मात्रा बढ़ सकती है। यदि डिस्चार्ज में दुर्गंध, जलन या खुजली हो, तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है, ऐसे में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज को पूरी तरह रोकना संभव नहीं है, क्योंकि यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो गर्भावस्था के दौरान शरीर की साफ-सफाई और संक्रमण से बचाव में मदद करती है। हालांकि, आप कुछ उपाय अपनाकर असुविधा और अत्यधिक डिस्चार्ज को नियंत्रित कर सकती हैं:
- साफ-सफाई का ध्यान रखें – गुप्तांगों को रोजाना हल्के गुनगुने पानी से साफ करें।
- सुगंधित उत्पादों से बचें – साबुन, स्प्रे और पाउडर का इस्तेमाल न करें।
- सूती कपड़े पहनें – हवादार और ढीले कपड़े पहनें जो पसीना सोखें।
- पैड का उपयोग करें – हल्के डिस्चार्ज के लिए पैंटी लाइनर का इस्तेमाल करें।
- आहार संतुलित रखें – प्रॉबायोटिक युक्त भोजन जैसे दही खाएं।
यदि डिस्चार्ज के साथ जलन, खुजली या बदबू हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि यह संक्रमण का संकेत हो सकता है।
हाँ, वाइट डिस्चार्ज प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों में से एक हो सकता है। इसे ल्यूकोरिया कहा जाता है, जो गर्भावस्था के दौरान शरीर में बढ़ने वाले एस्ट्रोजन हार्मोन और रक्त प्रवाह के कारण होता है। यह सफेद या पारदर्शी होता है और आमतौर पर बिना गंध का होता है। यह डिस्चार्ज गर्भाशय और योनि को संक्रमण से बचाने में मदद करता है और प्रजनन अंगों की स्वच्छता बनाए रखता है।
सफेद पानी का मुख्य उद्देश्य योनि को नम और स्वस्थ रखना, हानिकारक बैक्टीरिया से बचाव करना, और गर्भावस्था के दौरान ग्रीवा (सर्विक्स) की सुरक्षा करना है। यह आमतौर पर बिना गंध और जलन के होता है। यदि इसमें बदबू, खुजली या जलन महसूस हो, तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है, ऐसे में डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।