प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए: गर्भावस्था के दौरान सेहतमंद आहार के लिए पूरी गाइड
गर्भावस्था के दौरान अलग-अलग चीज़ें खाने की इच्छा होना बिल्कुल सामान्य बात है — जैसे चाय के साथ चिप्स या आइसक्रीम के साथ अचार! ऐसी इच्छाएं सामान्य मानी जाती हैं और ज़्यादातर सुरक्षित भी होती हैं। फिर भी, प्रेगनेंसी के दौरान कुछ खाद्य पदार्थों से बचना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि ये मां और उसके बच्चे — दोनों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए। आप नीचे दी गई तालिका का स्क्रीनशॉट लेकर इसे दीवार या फ्रिज पर चिपका सकती हैं, ताकि ज़रूरी बातें हमेशा याद रहें।
गर्भावस्था में किन चीजों से परहेज करें?
कुछ खाद्य पदार्थों में हानिकारक बैक्टीरिया, भारी धातुएं या विटामिन की अत्यधिक मात्रा पाई जा सकती है, जो गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित नहीं मानी जाती। आइए जानें कि प्रेगनेंसी में प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए:
खाद्य पदार्थ | नुकसान के कारक |
कच्चा और अधपका मांस | लिस्टेरिया, साल्मोनेला जैसे बैक्टीरिया का संक्रमण |
मरकरी युक्त सी-फूड | बच्चे के दिमागी विकास में रुकावट |
कच्चे अंडे | फूड पॉइज़निंग (साल्मोनेला संक्रमण) का खतरा |
बिना पाश्चरीकृत डेयरी उत्पाद | लिस्टेरिया संक्रमण का खतरा |
कैफीन (अधिक मात्रा में) | अत्यधिक सेवन से गर्भधारण में जटिलताएं |
शराब | भ्रूण के विकास में गंभीर समस्याएं |
लीवर और अन्य अंग मांस | अत्यधिक विटामिन A से जन्म दोष का खतरा |
कुछ फल (पपीता, अनानास, अंगूर) | गर्भपात और डिहाइड्रेशन की संभावना |
कड़वी लौकी व करेला | प्रेगनेंसी में कौन सी सब्जी नहीं खानी चाहिए – तो कड़वी लौकी और करेला से बचें, ये फूड पॉयज़निंग का कारण बन सकते हैं। |
1. कच्चा और अधपका मांस
प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए, यह जानना बेहद ज़रूरी है। खासतौर पर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके आहार में अधपका या कच्चा मांस बिल्कुल न हो। अधपके मांस में टॉक्सोप्लाज़मा, साल्मोनेला और लिस्टेरिया जैसे हानिकारक बैक्टीरिया हो सकते हैं, जो मां और बच्चे — दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। इसलिए स्टीक, साशिमी या अधपके कबाब जैसी चीज़ों के सेवन से बचें। मांस को हमेशा अच्छी तरह पकाकर ही खाएं।
2. मरकरी युक्त सी-फूड
शार्क, स्वॉर्डफ़िश, किंग मैकेरल और टाइलफिश जैसी मछलियों में मरकरी की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान इन मछलियों का सेवन करने से बचना चाहिए। इनका सेवन करने से मरकरी पॉइज़निंग हो सकती है, जो मां और बच्चे — दोनों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।
3. कच्चे अंडे
प्रेगनेंसी के दौरान कच्चे अंडे का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इनमें साल्मोनेला संक्रमण का खतरा होता है, जो फूड पॉइज़निंग का कारण बन सकता है। इसके बजाय, आपको अच्छी तरह से पके हुए अंडे खाने की सलाह दी जाती है — जैसे पूरी तरह उबले हुए या अच्छे से भुने हुए अंडे। इसके अलावा, मेयोनीज़ जैसे कच्चे अंडों से बने खाद्य पदार्थों से भी बचना ज़रूरी है।
4. बिना पाश्चरीकृत डेयरी उत्पाद
गांव या दूधवाले से मिलने वाला दूध अक्सर पाश्चुरीकृत नहीं होता। जिस तरह लोग ‘प्रेगनेंसी में कौन सी सब्जी नहीं खानी चाहिए’ को लेकर सतर्क रहते हैं, उसी तरह दूध से जुड़ी चीज़ों में भी सावधानी ज़रूरी है। लिस्टेरिया नामक बैक्टीरिया इन उत्पादों में पाया जा सकता है इसलिए हमेशा ब्रांडेड और पाश्चुरीकृत दूध ही खरीदें।
5. कैफीन (अधिक मात्रा में)
कुछ आंटियों ने तो ज़रूर तुम्हारी तरफ नज़रें तानी होंगी, जब उन्होंने तुम्हें दिन की शुरुआत चाय या कॉफी का आनंद लेते देखा होगा। एक कप तो ठीक है, लेकिन यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि अधिक कैफीन का सेवन गर्भ में विकसित हो रहे बच्चे के विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
6. लीवर और अन्य अंग मांस
लीवर में विटामिन A की मात्रा बहुत अधिक होती है। अधिक मात्रा में विटामिन A प्रेगनेंसी में नुकसानदेह साबित हो सकता है और यह बच्चे में जन्म दोषों का कारण बन सकता है।
7. कड़वी लौकी से बचें
अगर आप सोच रही हैं कि प्रेगनेंसी में कौन सी सब्जी नहीं खानी चाहिए, तो कड़वी लौकी उन चीज़ों में से एक है जिसे ज़रूर टालना चाहिए। अधिक कड़वाहट वाली लौकी से फूड पॉइज़निंग का खतरा होता है, जो माँ और बच्चे — दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है।
Our Products
प्रेगनेंसी में कौन सा फ्रूट नहीं खाना चाहिए?
फल हमारी सेहत के लिए बेहद ज़रूरी हैं, लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान यह जानना भी ज़रूरी है कि कौन सा फ्रूट नहीं खाना चाहिए।
1. पपीता
अगर बात करें कि प्रेगनेंसी में कौन सा फ्रूट नहीं खाना चाहिए, तो सबसे पहले पपीता का नाम आता है। अधपका पपीता पपेन नामक एंजाइम से भरपूर होता है, जो गर्भाशय में संकुचन पैदा कर सकता है। इससे समय पूर्व प्रसव या गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
2. अनानास
अनानास में ब्रोमेलेन नामक एक एंजाइम पाया जाता है, जो गर्भाशय की गतिविधियों को प्रभावित कर सकता है। हालांकि यह एंजाइम अनानास में कम मात्रा में होता है, इसलिए आप एक-दो टुकड़े खा सकते हैं, लेकिन इसे अत्यधिक मात्रा में खाने से बचना बेहतर होता है।
3. अंगूर
जब आप अंगूर खाते हैं, तो उनका स्वाद एकदम शानदार लगता है, लेकिन ज़्यादा मात्रा में सेवन करने से आपकी पाचन क्रिया प्रभावित हो सकती है, जिससे डायरिया होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए अगर आप सोच रही हैं कि प्रेगनेंसी में कौन सा फ्रूट नहीं खाना चाहिए, तो अंगूर का नाम भी इस सूची में आता है — खासकर जब इन्हें बहुत अधिक मात्रा में खाया जाए।
प्रेगनेंसी में कौन सी दाल नहीं खाना चाहिए?
हर रोज़ के खाने में दाल ज़रूरी होती है, लेकिन कुछ दालें गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकती हैं।
1. मसूर की दाल
मसूर की दाल खाने के नुकसान यह हैं कि अधिक मात्रा में इसका सेवन शरीर में गैस बना सकता है और कुछ मामलों में पाचन संबंधी दिक्कतें भी पैदा कर सकता है। अगर आपको पहले से पेट में गैस या एसिडिटी की समस्या है, तो मसूर की दाल खाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
2. अरहर की दाल
कुछ मामलों में अरहर की दाल को भी बहुत गर्म तासीर वाली माना जाता है। इसलिए अगर आपको पेट से जुड़ी परेशानी रहती है, तो प्रेगनेंसी में कौन सी दाल नहीं खाना चाहिए– इस सवाल का जवाब अरहर की दाल भी हो सकता है।
शुरुआती प्रेगनेंसी में किन चीजों से बचें?
गर्भावस्था के शुरू के महीने बच्चे की सेहत और विकास के लिए बहुत ज़रूरी होते हैं। प्रेगनेंसी में परहेज़ सिर्फ खाने पीने तक ही सिमित नहीं है, इसके साथ साथ आपको ये जानना भी ज़रूरी है कि किस तरह आपको अलग-अलग आदतों से बचना चाहिए । इसलिए इस समय आपको हर चीज़ में थोड़ा ज्यादा ध्यान रखना चाहिए – जैसे सही तरीके से सोना और गलत चीज़ें खाने से बचना। नीचे कुछ चीज़ें दी गई हैं जिनसे आपको शुरू में बचना चाहिए:
1. शराब
पूरी गर्भावस्था के दौरान शराब से पूरी तरह परहेज करें। चाहे वो बीयर हो, वाइन, कॉकटेल या कोई और तरह की शराब – इसे पूरी तरह छोड़ देना चाहिए। प्रेगनेंसी में शराब पीने से बच्चे के विकास में परेशानी हो सकती है। इसके बजाय प्यास बुझाने के लिए ताज़ा जलजीरा या नींबू पानी पियो – सेहतमंद भी और सुकून देने वाला भी।
2. धूम्रपान
धूम्रपान करने से बच्चे का वजन कम हो सकता है, समय से पहले प्रसव हो सकता है और स्टिलबर्थ (मृत शिशु जन्म) का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए जैसे ही गर्भवती होने का पता चले, तुरंत धूम्रपान छोड़ देना चाहिए।
3. गर्म पानी से नहाना या सॉना
अत्यधिक गर्म पानी से नहाना या सॉना लेना शुरुआती गर्भावस्था में खतरनाक हो सकता है। इससे शरीर का तापमान असामान्य रूप से बढ़ जाता है, जो भ्रूण के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसके अलावा, पब्लिक सॉना में मौजूद बैक्टीरिया मूत्र मार्ग में जाकर यूरिन इन्फेक्शन (UTI) का कारण बन सकते हैं।
4. ज्यादा वर्कआउट
हल्का वर्कआउट या योग तो ठीक है, लेकिन खासतौर पर पहली तिमाही में दौड़ना, भारी वजन उठाना और हाई-इंटेंसिटी एक्सरसाइज करने से गर्भपात का खतरा बढ़ सकता है।
निष्कर्ष
जैसे एक हेल्दी डाइट चुनना एक समझदारी भरा फैसला होता है, वैसे ही अपने बच्चे के लिए सही डायपर चुनना भी उतना ही ज़रूरी है। आप ऐसा कोई प्रोडक्ट नहीं लेंगी जो आपके बच्चे की त्वचा को नुकसान पहुंचाए — आप तो हमेशा प्रीमियम विकल्प चुनेंगी, जैसे टेडी प्रीमियम डायपर पैंट्स। ठीक उसी तरह, प्रेगनेंसी में सही खानपान का चुनाव भी बेहद अहम होता है। कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जो आपकी और आपके बच्चे की सेहत पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं। इसलिए यह जानना ज़रूरी है कि प्रेगनेंसी में कौन सी सब्जी नहीं खानी चाहिए। आपकी प्रेगनेंसी सुरक्षित और स्वस्थ बनी रहे, इसके लिए यहां हम उन चीज़ों की सूची दे रहे हैं जिनसे गर्भावस्था के दौरान परहेज़ करना चाहिए।


गर्भावस्था के दौरान कुछ खाने की चीज़ें सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं। जैसे कच्चे अंडे, पारे वाली मछली और अधपका मांस- इनसे प्रेगनेंसी में बचना चाहिए।
गर्भावस्था में अनानास, पपीता और अंगूर जैसे कुछ फल खाने से बचना चाहिए, क्योंकि ये आपकी प्रेगनेंसी के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान कुछ चीज़ों से खासतौर पर पहली तिमाही में बचना चाहिए। इस दौरान जिन चीज़ों से परहेज़ करना चाहिए, उनमें गर्म सौना लेना, पपीता और अनानास जैसे फल खाना, शराब और धूम्रपान करना, अत्यधिक तनाव लेना और हाई-इंटेंसिटी एक्सरसाइज करना शामिल है।
अत्यधिक चीनी, कैफीन और प्रोसेस्ड फूड की जगह महिलाओं को ऐसी बैलेंस्ड डाइट लेनी चाहिए, जिसमें फाइबर, हेल्दी फैट, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में मौजूद हों।

