प्रेगनेंसी में कैसे सोना चाहिए आरामदायक नींद के लिए
प्रेगनेंसी के आगे बढ़ने के साथ गर्भाशय की शेप भी बढ़ती है। इसी वजह से बिस्तर पर सोना मुश्किल होता जाता है। प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में आप अपने पेट के बल आसानी से सो सकती हैं। लेकिन धीरे-धीरे जैसे आपके पेट का आकार बदलेगा, यह पोजीशन आपके लिए मुश्किल होती जाएगी। कईं डॉक्टर्स पीठ के बल सोने की बिल्कुल भी सलाह नहीं देंगे क्योंकि इससे इंफीरियर वेना कावा पर दबाव पड़ता है। अगर आपको भी सोने में परेशानी हो रही है, तो यह लेख आपके लिए है। आइए जानते हैं प्रेगनेंसी में कैसे सोना चाहिए और और अन्य पहलुओं के बारे में।
प्रेगनेंसी में क्यों होती है नींद की समस्या?
पहली तिमाही (First Trimester) के दौरान, आपको अच्छी नींद आ सकती है और आपको सामान्य से अधिक सोने की जरूरत महसूस हो सकती है। आपका शरीर अब नए तरीके से काम कर रहा है, इसलिए थकान जल्दी हो सकती है। लेकिन गर्भावस्था के बाद के समय में, आपको अच्छी नींद लेने में परेशानी हो सकती है।
गर्भ में आपका बच्चा बड़ा हो रहा है, जिससे अच्छी नींद आना मुश्किल हो सकती है। अगर आप हमेशा पीठ के बल या पेट के बल सोती रही हैं, तो प्रेगनेंसी में कैसे सोना चाहिए (जैसा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं) के अनुसार साइड में सोने की आदत डालने में परेशानी हो सकती है। इसके अलावा, जैसे-जैसे आपका आकार बढ़ता है, बिस्तर में हिलना-डुलना भी कठिन हो जाता है।
प्रेगनेंसी में नींद न आने के कारण और समाधान
प्रेगनेंसी के दौरान नींद में परेशानी के कई कारण हो सकते हैं। आइए जानें कि कम या न सोने के पीछे कौन-कौन से कारण हो सकते हैं और उन्हें सुधारने के उपाय क्या हैं।
कारण
- बढ़ी हुई हृदय की धड़कन: गर्भावस्था में दिल अधिक रक्त पंप करता है, जिससे नींद में परेशानी हो सकती है।
- तनाव और सपने: बच्चे और माता-पिता बनने के तनाव से सोने में मुश्किल हो सकती है। गर्भावस्था में जीवंत और डरावने सपने भी आम होते हैं, जो नींद को बाधित करते हैं।
- अधिक बार बाथरूम जाना: किडनियाँ अतिरिक्त रक्त फिल्टर करती हैं, जिससे पेशाब की जरूरत बढ़ती है और हैं।बाथरूम विज़िट बड़ जाता है।
- दर्द और अकड़न: आपके पैरों या पीठ में दर्द का एक कारण यह हो सकता है कि आप प्रेगनेंट होने की वजह से आपका शरीर ज़्यादा वज़न उठा रहा है।
समाधान
- व्यायाम: अच्छी नींद के लिए ताजी हवा में समय बिताएं और हल्का व्यायाम करें, जिससे नींद में मदद मिलेगी।
- कैफीन की मात्रा कम करें: दिन में कैफीन कम करें या बंद कर दें, क्योंकि यह चाय, चॉकलेट, सॉफ्ट ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स, और कुछ दवाओं में भी होता है।
- आरामदायक नींद की स्थिति चुनें: प्रेगनेंसी में कैसे सोना चाहिए के लिए, आरामदायक सोने की स्थिति ढूंढना बहुत जरूरी है। साइड में सोएं और पैरों के बीच तकिया रखें।
- एसिडिटी से बचें: हार्मोनल बदलाव से एसिडिटी हो सकती है। मसालेदार भोजन से बचें, छोटे भोजन करें, और खाने में जल्दबाजी न करें।
प्रेगनेंसी में कैसे सोना चाहिए
अगर आप यह सोच रहे हैं कि प्रेगनेंसी में कैसे सोना चाहिए तो इसका जवाब आपको इस सेक्शन में मिलेगा। ऐसा माना जाता है कि बाईं ओर करवट लेकर घुटनों को मोड़कर सोना सबसे अच्छा होता है। यह स्थिति न केवल आरामदायक होती है, बल्कि गर्भवती महिला और भ्रूण (फ़ीटस )के लिए रक्त प्रवाह भी बेहतर बनाती है। गर्भावस्था के दौरान पीठ के बल सोना एकदम सही नहीं है। ऐसा करने से आपके गर्भ और बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है। पीठ के बल सोने से आपकी मसल्स और रीढ़ की हड्डी पर ज्यादा दबाव पड़ता है, और इससे बच्चे को ऑक्सीजन की कमी हो सकती है।
प्रेगनेंसी में सोने की सबसे अच्छी पोजीशन
गर्भावस्था के दौरान बाईं ओर सोना सबसे अच्छा माना जाता है। इससे गर्भ और प्लेसेंटा तक खून अच्छे से पहुँचता है और पेट पर दबाव कम होता है। इसका उत्तर है कि सीधे सोने से आपकी बड़ी नस पर दबाव पड़ सकता है, जिससे आपको असहजता हो सकती है। दाईं ओर सोना भी उतना उपयुक्त नहीं होता क्योंकि इससे आपकी बड़ी नस पर दबाव पड़ सकता है। अगर बाईं ओर सोना असहज लगे, तो ऐसी स्थिति खोजें जिसमें आपको आराम मिले और नींद अच्छी आए।
- प्रेगनेंसी के पहले महीने में कैसे सोना चाहिए
गर्भावस्था के पहले महीने के दौरान आप सीधे या किसी भी अन्य पोजीशन में सो सकती हैं, क्योंकि इस समय आपके पेट का वजन अधिक नहीं होता है।
- प्रेगनेंसी के तीसरे महीने में कैसे सोना चाहिए
प्रेगनेंसी के तीसरे महीने में आप सीधी या करवट लेकर सो सकती हैं, लेकिन धीरे-धीरे बाईं ओर सोने की आदत डालें। इससे खून का बहाव बेहतर रहेगा और आप और आपका बच्चा स्वस्थ रहेंगे।
- प्रेगनेंसी के 8 महीने में कैसे सोना चाहिए
अगर आप सोच रही हैं कि प्रेगनेंसी के 8 महीने में कैसे सोना चाहिए तो आपको यह जानना ज़रूरी है कि प्रेगनेंसी के आठवें महीने में बाईं ओर सोना सबसे अच्छा होता है। इस स्थिति में सोने से खून का बहाव बेहतर होता है, जिससे आपके और आपके बच्चे को अधिक ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं।
- प्रेगनेंसी के 9 महीने में कैसे सोना चाहिए
प्रेगनेंसी के 9 महीने में सोने की पोजीशन आंठवे महीने जैसी ही है। प्रेगनेंसी के नौवें महीने में बाईं ओर सोना लाभकारी पोजीशन मानी गयी है।
सोने के लिए सही गद्दा और तकिए का चुनाव
चाहे आपको रिसेंटली गर्भवती होने की खबर मिली हो या आपकी ड्यू डेट पास हो, एक प्रेगनेंसी पिलो आपके सोने के तरीके को बेहतर बना सकता है। यह आपको गर्भावस्था में कम्फर्ट देता है, जिससे आरामदायक नींद मिलती है। बच्चे के आने पर भी यह पिलो मददगार रहेगा, आपकी रिकवरी और स्तनपान में सहारा देगा। इसके साथ, एक अच्छा मैट्रेस भी जरूरी है, जो सही सपोर्ट और आरामदायक नींद में मदद करता है।
सही तकिया चुनना
- प्रेगनेंसी के तकिए विभिन्न आकारों और प्रकारों में आते हैं। इन तकियों में से किसी भी आकार का चयन आपके सोने की स्थिति और आराम की जरूरतों के आधार पर किया जा सकता है।
- वेज आकार शरीर के किसी भी हिस्से के नीचे समर्थन प्रदान करता है।
- बीन्स आकार लक्षित समर्थन के लिए आदर्श है।
- सीधा ट्यूब शरीर के सामने हिस्से का समर्थन करता है, लेकिन पीठ के समर्थन की कमी हो सकती है।
- U-आकृति 360 डिग्री समर्थन देती है और एक साथ पीठ और पेट को आराम पहुंचाती है, लेकिन यह बड़ा होता है।
- C-आकृति चारों ओर का समर्थन देती है, लेकिन पलटते समय इसे उलटना पड़ता है।
- J-आकृति कम जगह घेरती है और पीठ या पेट को एक समय में समर्थन देती है।
- प्रेगनेंसी का तकिया चुनते समय इसके कपड़े का ध्यान रखना जरूरी है। यह देखना चाहिए कि कपड़ा सांस लेने योग्य हो, आपकी त्वचा पर अच्छा लगे, और धोने-सुखाने में आसान हो। इसके अलावा, यह न तो बहुत गर्म हो और न ही बहुत ठंडा।
सही गद्दा चुनना
- गर्भावस्था के लिए सही गद्दा ऐसा होना चाहिए जो आपको अच्छा सपोर्ट दे सके। यह आपके शरीर के आकार, वजन, और सोने की स्थिति के हिसाब से ढलना चाहिए। यह आपकी रीढ़ को सही स्थिति में रखे और ज्यादा दबाव से राहत दे। यह खास तौर पर तब जरूरी है जब आप गर्भावस्था के आखिरी महीनों में हो।
- गर्भावस्था के लिए सबसे अच्छा एयर मैट्रेस्स वह होगा जिसमें एक ठंडा लेयर हो, जो सांस लेने योग्य सामग्री से बना हो। यह शरीर की गर्मी को नहीं रखता और नींद के दौरान ठंडा और आरामदायक बनाए रखता है।
- एक अच्छा मैट्रेस्स ऐसा होना चाहिए जो गर्भवती महिलाओं के लिए उससे चढ़ना और उतरना आसान बना दे ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
प्रेगनेंसी में नींद की समस्याओं के लिए डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?
अगर आपको सोने में बहुत परेशानी हो रही है और आपको चिंता हो रही है कि इससे आप या आपके बच्चे पर असर पड़ सकता है, तो आपको डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए। इसके अलावा, अगर आप गर्भावस्था के दौरान खर्राटे ले रही हैं, तो भी आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है, जो आपकी और आपके बच्चे की सेहत को प्रभावित कर सकता है।
निष्कर्ष
प्रेगनेंसी में आरामदायक नींद के लिए सही सोने की स्थिति बहुत महत्वपूर्ण है। आमतौर पर, बाईं ओर सोना सबसे अच्छा रहता है क्योंकि यह रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है। हालांकि, अगर आपको किसी और स्थिति में आराम मिले, तो वही अपनाएं। एक अच्छा मैट्रेस और तकिया भी आपकी नींद को बेहतर बना सकते हैं। अगर नींद में परेशानी हो या अन्य समस्याएं हों, तो डॉक्टर से सलाह लेना उचित रहेगा। और प्रेगनेंसी में सीधा सोना चाहिए या नहीं, इस बारे में भी डॉक्टर से जानकारी प्राप्त करें।
इसके अलावा, TEDDYY के Teddyy Wet Wipes आपकी और आपके बेबी की देखभाल में मददगार हो सकते हैं। ये वाइप्स न केवल कोमल और सुरक्षित होते हैं, बल्कि आपके बेबी की स्किन को भी सॉफ्ट और साफ रखते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान और बाद में, ये वाइप्स आपके जीवन को आसान बना सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान बाईं ओर सोना सबसे अच्छा माना जाता है। इससे शरीर का रक्त प्रवाह सही रहता है और महिला को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती है।
एक गर्भवती महिला को आदर्श रूप से 8-10 घंटे सोना चाहिए।
विशेषज्ञों ने गर्भवती महिलाओं को बाईं तरफ सोने की सलाह दी है क्योंकि पहले के शोध में पाया गया है कि दाईं तरफ सोने से बच्चे की कम वृद्धि, कम वजन और प्रीक्लेम्प्सिया का खतरा बढ़ सकता है।
कुछ अध्ययनों के अनुसार, जो गर्भवती महिलाएं बिस्तर पर बहुत समय बिताती हैं, उनके लिए स्टिल बर्थ का खतरा अधिक हो सकता है।
डॉक्टर्स के अनुसार प्रेगनेंसी में सीधा सोना (पीठ के बल) सही नहीं माना जाता। ऐसा इसलिए है क्योंकि इससे रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन आपूर्ति पर भी प्रभाव पड़ सकता है।