प्रेगनेंसी में खुजली कब होती है : कारण, लक्षण और समाधान
प्रेगनेंसी एक औरत के जीवन का वो पहलू है, जहां उसका शरीर कई प्रकार के हार्मोनल बदलावों से गुजरता है। इस समय उसमें कई शारीरिक बदलाव भी होते हैं, जो बच्चे के जन्म के बाद भी रह जाते हैं। उनमें से एक है स्ट्रेच मार्क्स। पर ये होते कैसे हैं? प्रेगनेंसी में खुजली कब होती है, क्यों होती है, इसके कारण क्या होता है, और किन समाधानों से इससे छुटकारा पाया जा सकता है, आइए जानते हैं। शरीर के साथ-साथ प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट में खुजली होना भी एक आम समस्या है। इससे छुटकारा पाने के लिए आज हम आपको कुछ घरेलू उपाय भी बताएंगे, जिन्हें कर के आप इस खुजली से होने वाले रैशेज और दाग से बच सकती हैं।
प्रेगनेंसी में खुजली कब होती है?
प्रेगनेंसी में खुजली कब होती है, इसके विषय में जानना आपके लिए बहुत आवश्यक है क्योंकि यह आपके शरीर को प्रभावित करती है। यह खुजली सामान्य रूप से आपके जांघ, पेट, ब्रेस्ट, और कमर में हो सकती है। यह समस्या शरीर में होने वाले बदलाव, जैसे आपकी त्वचा में खिंचाव और हार्मोनल बदलावों की वजह से होती है। कई बार खुजली इतनी गंभीर हो जाती है कि इससे शरीर पर घाव भी हो सकते हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान आपके ब्रेस्ट का आकार भी बढ़ जाता है, जिस कारण प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट में खुजली होना एक आम समस्या बन जाती है। इसके अलावा अगर आपको पूरे शरीर में खुजली का अनुभव हो रहा है और आपको यह जानना है कि प्रेगनेंसी में पूरे शरीर में खुजली हो तो क्या करें? तो स्किन डॉक्टर या फिर अपनी गाइनेकोलॉजिस्ट से मिलें, ताकि वो आपको सही सलाह दे।
प्रेगनेंसी में हाथ पैर के तलवे में खुजली क्यों होती है?
प्रेगनेंसी में हाथ पैर के तलवे में खुजली होना अक्सर कई महिलाओं में नहीं देखा जाता, पर हाँ कुछ केसेस में यह संभव है। यह परेशानी कई महिलाओं को थर्ड ट्राइमेस्टर में देखने को मिलती है, जिसे हम कोलेस्टेसिस के नाम से भी जानते हैं। यह समस्या तब शुरू होती है जब आपके बाइल डक्ट में बाधा आ जाती है। ऐसे में प्रेगनेंसी में हाथ पैर के तलवे में खुजली होना आम है, जो रात के समय और ज़्यादा बढ़ जाती है।
प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट में खुजली क्यों होती है?
प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट (स्तनों) में खुजली हार्मोनल बदलाव और त्वचा के खिंचाव के कारण होती है। जैसे-जैसे गर्भावस्था बढ़ती है, स्तनों का आकार बढ़ता है, जिससे खुजली हो सकती है। सूखापन और संक्रमण भी खुजली का कारण बन सकते हैं।
प्रेगनेंसी में पूरे शरीर में खुजली क्यों होती है?
प्रेगनेंसी में पूरे शरीर में खुजली हार्मोनल बदलाव, त्वचा के खिंचाव और सूखापन के कारण होती है। कभी-कभी, इंट्राहेपाटिक कोलेस्टेसिस जैसी स्थितियाँ भी खुजली का कारण बन सकती हैं। यदि खुजली गंभीर हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
प्रेगनेंसी में हाथ पैर के तलवे में खुजली होना अक्सर कई महिलाओं में नहीं देखा जाता, पर हाँ कुछ केसेस में यह संभव है। यह परेशानी कई महिलाओं को थर्ड ट्राइमेस्टर में देखने को मिलती है, जिसे हम कोलेस्टेसिस के नाम से भी जानते हैं। यह समस्या तब शुरू होती है जब आपके बाइल डक्ट (bile duct) में बाधा आ जाती है और प्रेगनेंसी के दौरान वो ठीक से अपना काम नहीं कर पाते। ऐसे में प्रेगनेंसी में हाथ पैर के तलवे में खुजली होना आम है, जो रात के समय और ज़्यादा बढ़ जाती है।
यदि आप प्रेगनेंट हैं और आपके भी प्रेगनेंसी में हाथ पैर के तलवे में खुजली होने जैसी परेशानी हो तो आपको तुरंत ही डॉक्टर से मिलने की ज़रूरत है।
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प्रेगनेंसी में खुजली से बचने के घरेलू उपाय
प्रेगनेंसी में पूरे शरीर में खुजली हो तो क्या करें? इसके लिए आप कुछ घरेलू उपाय कर सकती हैं, जिससे आपको बहुत आराम का अनुभव होगा। खुजली से बचने का सबसे अच्छा तरीका है नमी बनाए रखना। अगर आप अपनी त्वचा को मॉइस्चराइज करती हैं, तो खुजली कम होगी।
- कोकोनट ऑयल
अगर आपको पेट, कमर, जांघ या कहीं भी खुजली हो रही है, तो उस जगह पर दिन में 3 से 4 बार नारियल तेल से मालिश करें। इससे त्वचा का रूखापन कम होगा और खुजली नहीं होगी।
- एलोवेरा जेल
एलोवेरा प्राकृतिक रूप से आपके शरीर में खाज और खुजली को कम करके त्वचा को स्मूथ बनाता है। अगर आपको अपनी त्वचा पर खुजली का अनुभव होता है, तो इसे लगाएं, आपको बहुत आराम मिलेगा। एलोवेरा जेल को ठंडा करके लगाने से और भी ज्यादा सुकून मिलता है। साथ ही, यह त्वचा की नमी को बरकरार रखता है और उसे स्वस्थ भी बनाता है।
- ओटमील बाथ
अगर आप ओटमील को गुनगुने पानी में भिगोकर उससे नहाते हैं, तो आपके शरीर में खुजली काफी कम हो जाएगी। ओटमील को स्किन को नेचुरली सूद करने के लिए बेहद प्रभावी माना गया है। यह त्वचा की नमी को बनाए रखता है और रुखापन भी कम करता है। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करने से आपकी त्वचा कोमल और स्वस्थ बनी रहती है।
- शिया बटर
शिया बटर आपकी त्वचा को स्मूथ और मॉइस्चराइज रखने में बहुत कारगर है। अगर आपको रैशेज, स्ट्रेच मार्क्स, या खुजली जैसी कोई भी समस्या हो रही है, तो शिया बटर का इस्तेमाल ज़रूर करें। यह त्वचा की जलन को कम करता है और इससे आपको तुरंत आराम महसूस होगा। साथ ही इसका नियमित उपयोग त्वचा को कोमल और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
प्रेगनेंसी में खुजली के गंभीर संकेत
प्रेगनेंसी में पूरे शरीर में खुजली क्यों होती है इसके बारे में जानकारी जरूर रखें, क्योंकि यह आपको कई परेशानियों से बचा सकती है। “अगर आपको शरीर के विभिन्न हिस्सों, खासकर हाथ और पैरों के तलवों में खुजली हो रही है, तो यह कोलेस्टेसिस की समस्या का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में आपका लीवर और बाइल डक्ट सही से काम नहीं करते, जिससे आपके हाथ और पैरों के तलवे में खुजली होती है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी है, ताकि समस्या का सही इलाज किया जा सके और आपकी सेहत बेहतर हो सके।
प्रेगनेंसी के दौरान त्वचा की देखभाल
क्या आप ये सोच रहे हैं कि प्रेगनेंसी में पूरे शरीर में खुजली क्यों होती है और इसे कैसे ठीक करें? आइए इसका जवाब जानें। प्रेगनेंसी के दौरान अगर कुछ सावधानियाँ रखी जाएं तो आपके त्वचा पर कम समस्याएं उत्पन्न होगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस समय हमारा शरीर संवेदनशील हो जाता है, जिसकी वजह से उस पर अधिक ध्यान देने की ज़रूरत पड़ती है। आज हम आपको कुछ सुझाव देंगे, जिनकी मदद से आप अपनी त्वचा का बेहतर ख्याल रख सकती हैं।
- त्वचा को लागतार मॉइस्चराइस करते रहें।
- सूर्य की किरणों से बचें ।
- विटामिन E और C से भरपूर भोजन खाएं।
- स्किन को सल्फेट फ्री माइल्ड क्लेन्ज़र से साफ करें।
निष्कर्ष
आज के इस लेख से आपको यह जानकारी मिल गई है कि प्रेगनेंसी में खुजली कब होती है, और इससे बचने के क्या उपाय हैं। अगर थोड़ी सी सावधानी बरती जाए और डॉक्टरों की सलाह के साथ-साथ घरेलू उपाय किए जाएं, तो आप प्रेगनेंसी में खुजली की समस्या से बच सकती हैं। इसके अलावा, अपनी और अपने बच्चे की देखभाल के लिए Teddyy Premium Diaper Pants जैसे आरामदायक और सुरक्षित उत्पादों का उपयोग करना न भूलें। ये डायपर न केवल अत्यधिक सॉफ्ट और एब्जॉरबेंट होते हैं, बल्कि इनमें 100% शुद्ध सामग्री का उपयोग किया जाता है, जिससे आपके बच्चे की त्वचा सुरक्षित रहती है।v
अगर आपके पूरे शरीर में खुजली हो रही है तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
सबसे पहले, आपको अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए। इसके अलावा, आप नारियल तेल, ओटमील बाथ, और शिया बटर जैसे घरेलू उपायों का उपयोग कर सकती हैं। ये सभी उपाय आपकी त्वचा को राहत देने और खुजली को कम करने में मदद करेंगे।
आपको अपनी जांच करवाने की ज़रूरत है ताकि यह पता चल सके कि क्या आपको कोलेस्टेसिस है। इससे आपको सही इलाज मिल सकेगा और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचा जा सकेगा।
अगर आपको रात में प्रेगनेंसी की खुजली हो, तो कॉटन का कपड़ा पहनें और अपनी त्वचा को मॉइश्चराइज करते रहें।
आप नारियल तेल, जैतून का तेल, अरंडी का तेल, और अखरोट का तेल का उपयोग कर सकती हैं। ये सभी तेल आपकी त्वचा को मॉइस्चराइज करने और खुजली को कम करने में मदद करते हैं।
प्रेगनेंसी में खुजली मुख्य रूप से हार्मोनल बदलाव, त्वचा में खिंचाव, और शरीर में पानी की कमी के कारण होती है।